तेल नीर, तेल पसार चैरासी सहस्र डाकिनीर छेल, शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व • रोली, कपूर, चंदन तथा गोरोचन समान मात्रा में मिलाकर गंगाजल में घोंटकर तिलक लगाने से देखने वाले व्यक्ति वशीभूत होते हैं। Tags: pati ko vash me karne ke lal kitab ke totke, https://tantramantraaurvigyaan.com/