ईश् निंदा कभी भी न करें और किसी को भी कभी तीर्थस्थान की यात्रा करने से न रोकें. लाल किताब : हाथ की रेखाओं के अनुसार आइए अपनी कुंडली खुद बनाएं... भगवान कृष्ण ने रणभूमि में अर्जुन को ब्रह्मज्ञान देते हुए कहा था, हे अर्जुन! कर्म करो फल की इच्छा https://donovanwtmew.ampblogs.com/fascination-about-kismat-ka-upay-68997349